मैं नियाल फर्ग्यूसन की द एसेंट ऑफ मनी पढ़ रहा हूं और मेरे पास एक सवाल था कि क्या मैं पैसे प्रिंट करने बनाम विदेशी संस्थाओं को बांड बेचने के बीच के आर्थिक अंतर के बारे में हूं।
पुस्तक के एक बिंदु पर, लेखक का कहना है कि दक्षिणी नागरिक युद्ध के अधिकांश प्रयास (संयुक्त राज्य में) कपास-समर्थित बांड जारी करके वित्त पोषित किए गए थे। यानी दक्षिण में जारी किए गए बांड जो कपास में परिवर्तित हो सकते हैं।
लेखक तब बताता है कि युद्ध में मोड़ तब था जब केंद्रीय सेना ने न्यू ऑरलियन्स पर कब्जा कर लिया और एक नौसैनिक नाकाबंदी स्थापित की, जिसने यूरोपीय निवेशकों को अपने कपास इकट्ठा करने से रोक दिया।
इसने बॉन्ड को बेचने की दक्षिण की क्षमता को बर्बाद कर दिया, और उन्हें युद्ध के खर्चों का भुगतान करने के लिए पैसे छापने के लिए मजबूर किया, जिससे भगोड़ा मुद्रास्फीति हुई।
मेरा प्रश्न इस प्रकार है: इस मामले में, पैसे की छपाई से बेहतर बांड कैसे जारी किया जाता है? क्या विदेशी बॉन्ड की खरीदारी से भी महंगाई नहीं होगी, क्योंकि दक्षिण में अधिक सामान खरीदने पर पैसे की आमद होगी? दक्षिण भी बांड जारी करने से क्यों परेशान थे, और वे सिर्फ पहली जगह में पैसे क्यों नहीं प्रिंट कर सकते थे।